भगवान श्री राम मंदिर अयोध्या

भगवान श्री राम मंदिर अयोध्या

March 16, 2024

भारतीय समाज के लिए एक बड़ा क्षण है। उस ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल को जो हम सब ने इतने समय तक प्रतीक्षा की है, उसका निर्माण अब चुका है। जी हां, हम बात कर रहे हैं श्री राम मंदिर की, जिसका निर्माण भगवान राम की जन्मभूमि, अयोध्या में, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा किया गया  है।

भगवान राम के मंदिर का निर्माण:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Hon. Prime Minister Narendra Modi) की अगुवाई में, श्री राम मंदिर (Shri Ram Mandir) के निर्माण का काम तेजी से गया है। इसका निर्माण सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार और सरकार की निर्देशिकाओं के अनुसार हो चुका है। यह निर्माण भगवान राम की भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है।

राम मंदिर की विशेषताएं:

इस मंदिर का निर्माण विशेष ढंग से किया गया है। प्राचीन भारतीय वास्तुकला के साथ, यहां का निर्माण उत्तम गुणवत्ता के साथ गया है। भव्य स्थान, पूजा के लिए विशेष कक्ष, और भगवान राम (Bhagwan Ram) के मूर्ति के लिए एक विशेष गर्भगृह इस मंदिर की विशेषताओं में शामिल हैं।

inauguration of ram mandir

राम मंदिर का निर्माण की गतिविधियाँ:

इस मंदिर के निर्माण में अनेक गतिविधियाँ शामिल हैं। विशेषज्ञों की टीम द्वारा निर्माण कार्य की निगरानी की गई है ताकि उत्तम गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और पुजारी:

इस ट्रस्ट में विभिन्न विशेषज्ञों और भगवान राम के भक्तों को शामिल किया गया है। यहां के सदस्य भगवान राम के मंदिर के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं। उनमें महंत दिनेंद्र दास, राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, और अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं।

राम मंदिर के पुजारी:

मंदिर के पुजारी महंत सत्येंद्र दास हैं । इनके साथ एक विशेष टीम भगवान राम की पूजा-अर्चना की जिम्मेदारी संभालेगी।

Members and priests of Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की योजनाएं:

इस ट्रस्ट की योजनाओं में मंदिर के निर्माण के साथ-साथ, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की भी योजना है। यहां आने वाले पर्यटक और श्रद्धालुओं को विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

अन्तिम विचार:

इस राम मंदिर के निर्माण से न केवल भारतीय समाज की भव्यता में वृद्धि होगी, बल्कि यह विश्व भर के लोगों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह मंदिर एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल के रूप में विश्व में महत्वपूर्ण स्थान बनेगा। इसके साथ ही, इस प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों का योगदान और समर्थन भी महत्वपूर्ण है।

आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, यह मंदिर हमारे समाज की सांस्कृतिक और धार्मिक गरिमा को साकार करेगा। भगवान राम के मंदिर के निर्माण के इस महत्वपूर्ण कदम में, हम सभी को मिलकर समर्थ होना चाहिए। 

यह न केवल हमारी धार्मिकता का प्रतीक होगा, बल्कि हमारे राष्ट्रीय एकता और समृद्धि के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यहाँ तक कि विदेशों में भी यह निर्माण कार्य अद्वितीयता के साथ ध्यान की ओर जा रहा है और यह एक नई प्रेरणास्थली के रूप में माना जा रहा है।

भगवान राम का नये आस्थान का निर्माण हमारे समाज की भव्यता और गरिमा को और भी उच्च स्तर पर ले जाएगा।

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